नागपुर समाचार : अंमली पदार्थ विरोधी पथक (NDPS) के 13 पुलिस अधिकारियों पर एक होटल व्यवसायी को झूठे ड्रग्स मामले में फँसाने का सनसनीखेज आरोप सामने आया है। भंडारा निवासी युवक अर्पण मनीष गोस्वामी (28), एमबीए व होटल व्यवसायी, ने नागपुर पुलिस आयुक्त कार्यालय में लिखित शिकायत दाखिल करते हुए आरोप लगाया कि 30 मई 2025 को NDPS टीम ने उनका अपहरण कर उन्हें नागपुर लाया तथा उनकी स्कूटर में जबरन एम.डी. ड्रग्स रखकर फर्जी FIR (क्रमांक 0288/2025) दर्ज की।
CCTV फुटेज में पूरा घटनाक्रम दर्ज, तक्रारदार के अनुसार
• सुबह 9:44 बजे भंडारा के फुलमोगरा, सोंडी होटल के पास से NDPS टीम ने उन्हें जबरदस्ती गाड़ी (MH 40 CA 6788) में बैठाया।
• 11:05 बजे वही टीम टोल नाके पर ID दिखाकर नागपुर की ओर रवाना हुई।
• इसके बाद 11:21 बजे, दो पुलिसकर्मी उनकी स्कूटर पर नंबर प्लेट मिटाकर व चेहरा छिपाकर नागपुर ले जाते दिखे।
• 12:16 बजे, नागपुर के राहुल कॉम्प्लेक्स क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी—रोहित Kale—स्कूटर में MD ड्रग्स का पैकेट डालते हुए CCTV कैमरा नंबर 2 में साफ रिकॉर्ड हुआ।
तत्काल कार्रवाई की मांग
अर्पण गोस्वामी ने NDPS पथक के 13 अधिकारियों पर NDPS एक्ट की धारा 22(B), 29 और 8(C) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस के पास यह MD ड्रग्स का स्टॉक कहाँ से आया, इसकी जाँच होनी चाहिए।
मुख्य मांगें
• फर्जी FIR पर तुरंत B-Final रिपोर्ट
• स्वतंत्र SIT/CID जांच
• पुलिस अधिकारियों के मोबाइल टॉवर लोकेशन जब्त
• इसी प्रकरण में फँसाए गए अन्य तीन निर्दोष युवकों की तुरंत रिहाई
ऑपरेशन थंडर पर उठे सवाल
शहर में चल रहे NDPS अभियान ‘ऑपरेशन थंडर’ के दौरान अचानक सामने आए इस प्रकरण से पुलिस विभाग में खळबळ मच गई है। यदि आरोप सत्य पाए गए, तो यह आम नागरिकों के पुलिस व न्याय व्यवस्था पर गंभीर अविश्वास का कारण बनेगा।
शिकायतकर्ता ने पुलिस आयुक्त से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।




