नागपुर समाचार : महिलाओं के सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्यरत पूर्व विदर्भ महिला परिषद की नव्यनिर्मित इमारत तथा श्रीमती अनसूयाबाई काले स्मृति सदन का भव्य उद्घाटन बुधवार, 15 नवंबर को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हस्ते संपन्न होगा। इस अवसर पर एम्परर्सेड ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष रुस्तम केरावाला कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, जबकि ऑल इंडिया विमेन्स कॉन्फ्रेंस (AIWC) की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती शीलाताई काकडे एवं काले ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री विलास काले विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन पूर्व विदर्भ महिला परिषद की सदस्य एवं एबीपी माझा समाचार चैनल की एक्जीक्यूटिव एडिटर सरिता कौशिक करेंगी।
सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय अनसूयाबाई काले के अथक प्रयासों से उत्तर अंबाझरी मार्ग, बडिंग में स्थापित पूर्व विदर्भ महिला परिषद वर्ष 1960 से महिलाओं और छात्राओं के कल्याण के लिए सतत कार्यरत है। 40 महिलाओं की निवास क्षमता से आरंभ हुए इस वसतिगृह (होस्टल) का अब पूर्ण नूतनीकरण कर अत्याधुनिक रूप में विकसित किया गया है। अब यहाँ 100 से अधिक कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के रहने की सुविधा उपलब्ध होगी।
नवीन भवन में सुसज्जित और सुरक्षित निवास की दृष्टि से आधुनिक सुविधाओं से युक्त कमरे, वाई-फाई कनेक्टिविटी, डक्ट कूलिंग सिस्टम, अपडेटेड भोजनालय जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही, महिलाओं व छात्राओं के समग्र विकास हेतु काउंसलिंग सत्र, सांस्कृतिक कार्यक्रम और त्यौहार समारोह आयोजित करने की योजना भी बनाई गई है, ताकि उन्हें घर से दूर भी घर जैसा वातावरण मिल सके।
नवनिर्मित भवन के मुख्य द्वार पर स्व. अनसूयाबाई काले की अर्धप्रतिमा स्थापित की गई है। उनके नाम पर बनाए गए कै. सौ. अनसूयाबाई काले स्मृति सदन में एक आधुनिक सभागार तैयार किया गया है, जो आने वाले समय में सांस्कृतिक, सामाजिक और साहित्यिक कार्यक्रमों का केंद्र बनेगा। संस्था की कार्यकारिणी अध्यक्ष निलीमा शुक्ल और सचिव नीला कर्णिक के नेतृत्व में संस्था अनसूयाबाई काले के आदर्शों पर कार्य करते हुए समाजसेवा की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रही है।
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया विमेन्स कॉन्फ्रेंस (AIWC) की लगभग 500 शाखाएँ पूरे देश में कार्यरत हैं, जिनमें नागपुर की यह शाखा सबसे पुरानी शाखाओं में से एक है। इस शाखा की स्थापना में अनसूयाबाई काले का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके निस्वार्थ सेवा कार्यों से प्रेरित होकर परिषद आज भी महिलाओं के आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है।




