नागपुर समाचार : ‘किसी भी देश की प्रगति तभी संभव है जब वहाँ का वातावरण सौहार्द्रपूर्ण हो तथा जनता में सद्भाव और आपसी सहयोग की भावना विद्यमान हो। देश में ऐसा वातावरण निर्मित करने के लिए युवा पीढ़ी को आगे आना चाहिए’। ये विचार थे विधायक तथा पूर्व मंत्री डॉ नितिन राऊत के जो उन्होंने विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के कार्यक्रम ‘संवाद’ में साहित्यकार डॉ सागर खादीवाला के साथ खुलकर बातचीत करते हुए व्यक्त किये। विद्यार्थी जीवन से ही अपनी राजनीतिक सक्रियता की चर्चा करते हुए उन्होंने कॉलेज में प्रवेश की समस्या, आरक्षण, फीस वृद्धि तथा स्कॉलरशिप जैसे मुद्दों पर विद्यार्थियों के हित में किए गए आंदोलनों का जिक्र किया।
नागपुर शहर की युवा कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी बनने से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी, चार बार विधायक तथा मंत्री- पद तक पहुंचने की लंबी प्रक्रिया के दौरान आए विभिन्न रोचक अनुभवों का अपने उल्लेख किया। देश के माहौल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा की देश निरंतर प्रगतिपथ पर अग्रसर है। समाज में आपसी कटुता ना बढ़े इसके लिए सबको मिलजुल कर प्रयास करने की बहुत आवश्यकता है। युवाओं ने नौकरी की तलाश के साथ ही साथ रोजगार के नए आयामों की भी विवेचना करनी चाहिए।
पिछड़े वर्ग की स्थिति की चर्चा करते हुए आपने उनके उत्थान के लिए किए गए प्रयासों, आंदोलनों तथा भावी योजनाओं की विस्तृत चर्चा करते हुए बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों को रेखांकित किया। श्रोताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों और जिज्ञासाओं का उन्होंने रोचक ढंग से समाधान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न वर्ग के श्रोता उपस्थित थे।




