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नागपुर समाचार : सबसे सुरक्षित दवायें हैं आयुर्वेदीक जड़ी बूटियां – बनवारीलाल पुरोहित

नागपुर समाचार : पुरातन काल से हमारे स्वास्थ्य की देखभाल आयुर्वेद की जड़ी-बूटियाँ करती आ रही हैं। जड़ी-बूटियाँ आज भी कारगर हैं और सबसे सुरक्षित दवायें हैं। पावन परम्परा पत्रिका ने जड़ी-बूटी विशेषांक निकाल कर समाज पर उपकार किया है। उक्त उद्गार पंजाब के पूर्व राज्यपाल मा. श्री बनवारी लाल पुरोहित ने त्रैमासिक पत्रिका पावन परम्परा के जड़ी-बूटी विशेषांक के लोकार्पण समारोह में व्यक्त किये। आपने अपने अनुभव बताते हुये दादी माँ के नुस्खों और घरों में बननेवाले विभिन्न प्रकार के औषधियुक्त लड्डुओं के उपयोगों की जानकारी दी।

पत्रकार क्लब में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में पत्रिका के मानद सम्पादक डॉ. गोविन्द प्रसाद उपाध्याय ने विशेषांक की विषय वस्तु एवं आयुर्वेद की औषधियों की देश- विदेश में बढ़ रही लोकप्रियता को रेखांकित किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन, कवि डॉ. लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि आयुर्वेद एक जीवन पद्धति है और खान पान से लेकर जड़ी- बूटियों के प्रयोगों तक सम्पूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा को प्रस्तुत करता है।

कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि दत्ता मेघे स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा ने हर्बल मेडीसिन को रोगों से सुरक्षा तथा स्वास्थ्य सम्वर्द्धन के लिये सर्वोत्तम उपाय बताया। उन्होंने कहा कि सहज सुलभ होने से जड़ी-बूटियाँ सामान्य जन के लिये प्रकृति का वरदान हैं।

प्रारम्भ में अतिथियों ने माँ शारदा एवं स्वामी जागेश्वरानंद जी के चित्रों को माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया। श्रीमती शशि भार्गव ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन अतुल त्रिवेदी ने एवं आभार प्रदर्शन डॉ. कल्पेश उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम में जस्टिस किशोर रोही, डॉ. बृजेश मिश्रा, जयराम दुबे, नरेन्द्र परिहार, डॉ. प्रदीप उपाध्याय, ओमप्रकाश शिव, डॉ. मृत्युंजय शर्मा, डॉ. अर्चना दाचेवार, अरुण दसोत्तर, रीमा चढ्ढा, डॉ. रमण बेलगे, डॉ. मनोहर व्यास, जयप्रकाश शर्मा, डॉ. शशिकांत शर्मा, अनिल त्रिपाठी, डॉ. रचना रामटेके, मधु पाटोदिया, विमल उपाध्याय, डॉ. जगमोहन राठी, डॉ. गोविंद असाटी आदि गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।