मनपा द्वारा बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए खास व्यवस्था, स्वछता का भी रखा जा रहा ध्यान
नागपुर समाचार : आज महाराष्ट्र के साथ नागपुर में भी गणेश विसर्जन का पर्व बेहद धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर ‘नागपुर चा राजा’ की भव्य विसर्जन झांकी शहर की सड़कों पर निकली, जिसमें हजारों भक्तों ने भाग लिया। भक्तगण ढोल-ताशों, लेझीम और पारंपरिक गीतों के साथ झूमते-गाते शहर के प्रमुख मार्गों से होकर विसर्जन स्थल तक पहुंचे।
इसके साथ ही शहर के सभी मंडलों में सुबह से ही पंडालों में मंगलआरती के साथ प्रारंभिक पूजा की गई। इसके पश्चात शोभायात्रा की शुरुआत हुई, जिसमें आकर्षक झांकियां, पारंपरिक कलश-नृत्य और वातावरण में ‘गणपति बाप्पा मोरया… पुढ़च्या वर्षी लवकर या’ के जयकारे गूंजते रहे। इस दौरान पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अनेक मंडलों ने इको-फ्रेंडली (मिट्टी के) गणेश मूर्तियों का उपयोग किया और प्रशासन द्वारा बनाए गए विशेष कृत्रिम कुंडों में विसर्जन किया गया।
वहीं, शहर में बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए नागपुर महानगर पालिका द्वारा खास व्यवस्था की गई है। क्रेन से सहारे भक्तों की भावनाओं का पूरा आदर रखते हुए बड़ी मूर्तियों कों पानी मे विसर्जित किया जा रहा है। विसर्जन के दौरान स्वछता कों लेकर भी खास ख्याल रखें जाने का दावा नागपुर महानगर पालिका द्वारा किया जा रहा है। न केवल आर्टिफिशल टैंक के आस पास बल्कि पूरे विसर्जन के क्रम मे निर्माल्य कों एकत्रित किये जाने कों लेकर व्यवस्था की गयी है।