नागपुर समाचार : नगर में हर जगह ट्यूशन क्लासों की भरमार के कारण छात्र-छात्राएं कन्फ्यूज हो रहे हैं. वहीं जगह-जगह ट्यूशन क्लासों की दुकानें जैसी खुल गई है. वहीं इनके संस्थापक जगह-जगह बैनर लगाकर अच्छी पढ़ाई और उच्च मार्क के दावे कर रहे हैं. लेकिन इनकी फीस सुनकर गरीब के बच्चे उदास हो जाते हैं. सालभर स्कूल फीस ज्यादा ट्यूशन फीसों के पक्के बादे किये जा रहे हैं. पढ़ाई करने के लिए हर गरीब का बच्चा उम्मीद रखता है, लेकिन ट्यूशन के लाखों रू. की फीस सुनकर गरीब के बच्चे हताश हो रहे हैं।
ट्यूशन क्लासों की सजावट और एअर कंडीशनर ऑफिस देखकर बच्चे खुश तो जाते हैं, लेकिन इसकी मार पालकों को झेलनी पड़ती है. हर बच्चा अच्छी स्कूल और उच्च शिक्षा प्राप्त करने की चाह रखता है, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण गरीब बच्चों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है।
पढ़ाई स्कूल से बैनर ट्यूशन के बूटीबोरी में ट्यूशन क्लासों में बच्चों की भरमार संख्या के साथ-साथ हर बच्चा स्कूल में भी शिक्षा ले रहा है और स्कूल से आने के बाद ट्यूशन क्लास भी जा रहा है. वहीं परीक्षा परिणाम भी अच्छे आते हैं. जिसके चलते ट्यूशन क्लास वाले अपना बैनर जरूर लगा देते हैं. लेकिन बच्चे ने स्कूल में भी पढ़ाई की, परंतु ट्यूशन क्लास वाले पहले अपना बैनर लगाते हैं सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों में सभी जगह अब पढ़ाई का स्तर बढ़ चुका है और सभी स्कूलों में पढ़ाई अच्छी होती है. लेकिन ट्यूशन क्लास की दुकानें बढ़-चढ़कर उल्लेख करते नजर आ रहे है।