नागपुर समाचार : राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे ने बुधवार को पूर्व विदर्भ में आगामी महानगर पालिका, जिला परिषद् सहित पंचायत समिति चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान आयुक्त वाघमारे ने अधिकारीयों को आम चुनावों में मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग सहजता से करने और चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और निर्भीक रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक योजना बनाने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में राज्य चुनाव आयोग के सचिव सुरेश काकानी, संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी, साथ ही नागपुर संभाग के सभी जिला कलेक्टर, नागपुर और चंद्रपुर मनपा आयुक्त, जिला उप-निर्वाचन अधिकारी और चुनाव संबंधी सभी एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे ने नागपुर, वर्धा, चंद्रपुर और गढ़चिरौली जिला परिषदों, नागपुर संभाग की 55 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के साथ-साथ नागपुर और चंद्रपुर मनपा के आम चुनावों के लिए जिला प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। वाघमारे ने इस आम चुनाव के लिए आवश्यक जनशक्ति, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों और कुल मतदाताओं की संख्या के बारे में निर्देश दिए, साथ ही मतदान केंद्रों को तदनुसार डिज़ाइन करने, ताकि मतदाता आसानी से मतदान कर सकें, और मतदान सूची तैयार करने को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
1 जुलाई, 2025 की सूची को माना जायेगा मान्य
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार, मतदाताओं की संख्या में वृद्धि के अनुसार मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए और मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए इस बात का ध्यान रखा जाए कि दिव्यांग मतदाताओं को मतदान में कोई कठिनाई न हो। साथ ही, एक आदर्श मतदान केंद्र, एक गुलाबी मतदान केंद्र भी बनाया जाए। उन्होंने मतदाताओं को मतदान में किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए आवश्यक तैयारियां करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान सूची को मतदान केंद्रवार विभाजित करते हुए 1 जुलाई, 2025 की सूची को ही मान्य किया जाएगा।
आयुक्त ने कहा कि, “मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के साथ एक समझौता हुआ है, जिसके अनुसार मतदान मशीनें उपलब्ध होंगी। साथ ही, चुनाव आयोग से 50 हजार कंट्रोल यूनिट और 1 लाख बैलेट यूनिट की मांग की गई है। तदनुसार, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का परिवहन किया जाए। साथ ही, वोटिंग मशीनों के भंडारण के लिए आवश्यक सरकारी गोदाम की व्यवस्था की जाए। वास्तविक मतदान से पहले वोटिंग मशीनों का निरीक्षण पूरा कर लिया जाए और प्रशिक्षण आयोजित किया जाए।”
राज्य चुनाव आयोग के सचिव सुरेश काकानी ने नागपुर संभाग में स्थानीय निकायों की समीक्षा करते हुए कहा कि मतदान केंद्रों की संख्या, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की योजना और आवश्यकतानुसार उसी प्रकार की मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संभाग स्तर पर एक समन्वय अधिकारी नियुक्त किया जाए और मतदान के लिए आवश्यक मानव संसाधन की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
नागपुर शहर में 2,378 मतदान केंद्र होंगे स्थापित
संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने बताया कि, “1 जुलाई 2025 की मतदाता सूची के अनुसार जिला परिषद के लिए 40 लाख 23 हजार 029 मतदाता हैं और मतदान के लिए 6 हजार 441 मतदान केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं। इस मतदान के लिए 7 हजार 280 नियंत्रण इकाइयों और 16 हजार 288 मतपत्र इकाइयों की आवश्यकता है। स्थानीय निकायों में 55 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में 18 लाख 12 हजार 167 मतदाता हैं। इसके लिए 2,378 मतदान केंद्र होंगे। स्थानीय निकायों के आम चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने चुनावी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
1 जुलाई 2025 की सूची के अनुसार, कुल 24 लाख 84 हज़ार 250 मतदाता हैं, जिनके लिए 3,150 मतदान केंद्र प्रस्तावित हैं। मनपा ने मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उपाय करने को प्राथमिकता दी है। मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने कहा कि मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए वोटिंग मशीनों की उपलब्धता और आवश्यक मानव संसाधन की नियुक्ति प्राथमिकता है। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने जिलेवार प्रस्तुतीकरण देकर स्थानीय निकायों के चुनाव के लिए की जा रही तैयारियों का विवरण प्रस्तुत किया।