■ विधायक ठाकरे और पूर्व मंत्री देशमुख ने अधिकारियों ने अधिकारियों लगाई फटकार
नागपुर समाचार : गोरेवाड़ा रिंग रोड पर पल्लोटी स्कूल के सामने विगत दिनों हुए भीषण हादसे के बाद पश्चिम नागपुर कृति समिति द्वारा श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू किया गया. स्कूल के सामने रोड सेफ्टी के लिए पुख्ता व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन और अधिकारियों के ध्यानाकर्षण के लिए बीते मंगलवार की दोपहर अवस्थी चौक पर शुरू हुआ अनशन रंग लाता नजर आ रहा है. शुक्रवार को विधायक विकास ठाकरे और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख अनशन स्थल पहुंचे. उन्होंने पश्चिम नागपुर कृति समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से चर्चा की. गोरेवाड़ा रिंग रोड पर हुए हादसे की निंदा करते हुए विकास ठाकरे और अनिल देशमुख ने अधिकारियों को आड़े हाथ लिया. इसके पश्चात संबंधित अधिकारी एक्शन में आए और गोरेवाड़ा रिंग रोड पर सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था करने की तैयारियां शुरू कीं. पश्चिम नागपुर कृति समिति के संयोजक शैलेश पांडे ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने रिंग रोड पर पल्लोटी स्कूल के सामने रोड सेफ्टी के मद्देनजर चर्चा शुरू कर दी है.
ज्ञात हो कि विगत 6 अप्रैल को तेज रफ्तार टिप्पर ने स्कूल के ठीक सामने कार, दोपहिया और पानठेले को चपेट में ले लिया था. हादसे में एक की मौत, जबकि 2 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. गोरेवाड़ा रिंग रोड पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के अभाव में यह हादसा हुआ था. ऐसे में हादसों का गढ़ बने गोरेवाड़ा रिंग रोड पर उचित व्यवस्था अनिवार्य हो गई है.
इन मांगों पर किया ध्यानाकर्षण
पश्चिम नागपुर कृति समिति द्वारा गोरेवाड़ा रिंग रोड पर स्थायी स्पीडब्रेकर, भारी वाहनों को रिंग रोड से डायवर्ट कर कोराडी रिंग रोड की ओर से भेजने, पल्लोटी स्कूल के सामने ट्रैफिक कर्मचारियों की सुबह 7 से 9 और दोपहर 12 से 4 बजे तक तैनाती, यदि संभव हो तो अवस्थीनगर से झिंगाबाई टाकली तक अंडरपास ब्रिज, पल्लोटी स्कूल के सामने पुल पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण समेत अन्य मांगें रखी गई हैं.
एक और हादसा नहीं सहेंगे
गोरेवाड़ा रिंग रोड पर मानकापुर चौक से काटोल नाका तक आए दिन सड़क हादसे होते हैं. कई हादसों में जनहानि भी हुई है. मामले की गंभीरता को समझते हुए पश्चिम नागपुर कृति समिति ने श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू किया है. शुक्रवार को अनशन में जन आक्रोश के दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने ‘एक और हादसा नहीं सहेंगे’, ‘बच्चों की सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी’, ‘स्पीडब्रेकर लगाओ, बच्चों की जान बचाओ’ जैसे नारे लगाए.