मध्य भारत का सबसे पुराना धर्मार्थ संगठन की शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजन
नागपुर। मातृ सेवा संघ, मध्य भारत का सबसे पुराना धर्मार्थ संगठन, अपनी शताब्दी के उपलक्ष्य में 2 और 3 अक्टूबर 2021 को “सेंटिकॉन 2021” सम्मेलन का आयोजन करेगा।
मातृ सेवा संघ की स्थापना स्वर्गीय पद्मश्री कमलाताई होस्पेट और वेणुताई नेने द्वारा 1921 में अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए की गई थी। वर्षों से, संगठन ने अपने कार्यक्षेत्र में कई तरह की सेवाओं को जोड़ा है, मुख्य रूप से नर्सेस प्रशिक्षण, सामाजिक कार्य महाविद्यालय, नंदनवन / स्नेहांगण- बौद्धिक और आर्थोपेडिक रुप से विकलांग बच्चों के लिए स्कूल, छात्रावास और आश्रय कार्यशाला, पंचवटी वृद्धाश्रम, कुसुम विहार – वृद्ध व्यक्तियों के लिए अल्पकालिक आश्रय, बच्चा गोद लेने का केंद्र, कामकाजी महिला छात्रावास, परिवार परामर्श केंद्र और मातृ सेवा पत्रिका।
आज सीताबर्डी मैटरनिटी होम एक बहु सुविधायुक्त अस्पताल है जो महिलाओं को आधुनिक प्रसूति और स्त्री रोग सेवाएं प्रदान करता है इसमें सोनोग्राफी, डॉपलर, हिस्टेरोस्कोपी, लैप्रोस्कोपी, कोल्पोस्कोपी, मैमोग्राफी, फर्टिलिटी क्लिनिक, कैंसर स्क्रीनिंग, रजोनिवृत्ति संबंधी सलाह और प्रसूति सेवाएं शामिल हैं। मातृ सेवा संघ की वर्तमान अध्यक्ष डॉ. अरुणा बाभुलकर हैं और सचिव डॉ. लता देशमुख हैं। हमें 100 साल पूरे होने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, हम 2 और 3 अक्टूबर, 2021 को सीताबर्डी के अपने परिसर में “Centicon2021” सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं।
संयोजक के रूप में डॉ. निर्मला वझे और संरक्षक के रूप में डॉ. प्रमिल असोलकर और डॉ. मंजुला रोहतगी के साथ एक आयोजन समिति का गठन किया गया है। डॉ. रत्ना शेखावत और डॉ. वैशाली वराडकर आयोजक हैं। डॉ. ऋषि लोडाया और डॉ. कामिनी नाकाडे संगठन सचिव हैं। कोषाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा लांजेवार हैं। सेंटिकॉन 2021 का आयोजन नागपुर ऑब्स्ट्रेटिक्स एंड गायनेकोलॉजिकल सोसायटी (एनओजीएस), नेशनल एसोसिएशन ऑफ रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ ऑफ इंडिया (NARCHI) नागपुर चैप्टर, इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर (IGGMC), एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, नागपुर और इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्टस् आईएसए-एनसीबी द्वारा का यह संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।
सम्मेलन का विषय “जन्म और उसके परे” है। 2 अक्टूबर को दोपहर 1-30 बजे से शाम 6 बजे तक मातृ सेवा संघ सीताबर्डी में कुल 4 कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। डॉ अलका मुखर्जी, अध्यक्ष एनओजीएस, और डॉ. क्षमा केदार आईजीजीएमसी
में सहायक प्रोफेसर प्रसवोत्तर रक्तस्राव कार्यशाला आयोजित करेंगे। डॉ उज्ज्वला देशमुख, अध्यक्ष NARCHI नागपुर चैप्टर सिजेरियन डिलीवरी वर्कशॉप का संचालन करेंगी।
डॉ. विजय धोटे, अध्यक्ष, बाल रोग अकादमी, नागपुर बुनियादी नवजात पुनर्जीवन कार्यक्रम आयोजित करेंगे और डॉ. सौरभ बर्डे, अध्यक्ष आईएसए, नागपुर सिटी ब्रांच, बेसिक लाइफ सपोर्ट स्किल्स पर एक कार्यशाला आयोजित करेंगे।
3 अक्टूबर 2021 को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक एक दिवसीय निरंतर चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम की योजना है श्रीमती प्राजक्ता लवंगरे वर्मा, संभागीय आयुक्त, नागपुर मंडल मुख्य अतिथि होंगी और डॉ. भावना सोनवणे, अधिष्ठाता आईजीजीएमसी, नागपुर, 3 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे उदघाटन के लिए अतिथि के रूप में उपस्थित होंगी. नागपुर के जाने-माने डॉक्टर वैज्ञानिक सत्र में नैदानिक रूप से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे, जिसमें शामिल हैं किशोरवयीन पीसीओएस, मानव दूध बैंक: समय की आवश्यकता, किशोरवयीन टीकाकरण अद्यतन, ओव्यूलेशन इंडक्शन में वर्तमान अवधारणाएं, बांझपन में हिस्टेरो-लैप्रोस्कोपी की भूमिका, आरपीएल का अवलोकन, गर्भावस्था में थायराइड विकार, गर्भावस्था और प्युरपेरियम में मानसिक स्वास्थ्य, प्रसूति और स्त्री रोग व्यवसाय में मेडिकोलीगल समस्या.
दोपहर के भोजन बाद के सत्र में “द प्रोग्रेस ऑफ मेडिसिन: वन सेल टू स्टोरीज” पर कमलाताई हॉस्पेट मेमोरियल व्याख्यान, एमटीपी अधिनियम पर आपको क्या अभ्यास करने की आवश्यकता है?, शॉक का व्यवस्थापन,एंडोमेट्रियोसिस का व्यवस्थापन, ब्रैस्ट लम्प का निदान,असामान्य पॅप स्मीयर- अब आगे क्या?, प्री – ऑपरेटिव मूल्यांकन और अनुकूलन, एआरटी में आईयूआई की वर्तमान स्थिति, पहली तिमाही स्क्रीनिंग – समय की आवश्यकता जैसे विषयों पर आयोजित कर रहे है।
सम्मेलन का समापन आभार कार्यक्रम के साथ होगा। नागपुर ऑब्स्ट्रेटिक्स एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी, (एनओजीएस), नेशनल एसोसिएशन ऑफ रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ ऑफ इंडिया (NARCHI), इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (IGGMC), एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स नागपुर (AOP-नागपुर), इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्टस् (ISA – NCB) नागपुर शहर शाखा, मातृ सेवा संघ (MSS) आयोजन समिति के सदस्य परिषद की सफलता के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।